392 IPC IN HINDI

392 ipc in hindi लूट के लिए दण्ड– जो कोई लूट करेगा, वह कठिन कारावास से , जिसकी अवधि दस वर्ष तक की हो सकेगी , दण्डित किया जाएगा , और जुर्माने से भी दण्डनीय होगा , और यदि लूट राजमार्ग पर
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section 13B Hindu Marriage Act 1955

Hindu Marriage Act,  section 13B पारस्परिक सम्मति से विवाह – विच्छेद (Divorce By Mutual Consent) ( 1 ) इस अधिनियम के उपबन्धों के अधीन रहते यह है कि विवाह के दोनों पक्षकार मिलकर विवाह विच्छेद की डिक्री द्वारा विवाह के विघटन के
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Section 13A Hindu Marriage Act 1955

Hindu Marriage Act  section 13A  . विवाह – विच्छेद की कार्यवाहियों में प्रत्यर्थी को वैकल्पिक अनुतोष (alternate relief in divorce proceeding)– इस अधिनियम के अधीन किसी कार्यवाही में विवाह – विच्छेद की डिक्री द्वारा विवाह के विघटन के लिए अर्जी पर ,
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section 13 Hindu Marriage Act 1955

Hindu Marriage Act Section 13 विवाह – विच्छेद (divorce)– ( 1 ) कोई भी विवाह , वह इस अधिनियम के प्रारम्भ के चाहे पूर्व अनुष्ठापित हुआ हो चाहे पश्चात् पति अथवा पत्नी द्वारा उपस्थापित अर्जी पर विवाह – विच्छेद की डिक्री द्वारा
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section 12 Hindu Marriage Act 1955

Hindu Marriage Act  Section 12 शून्यकरणीय विवाह (Voidable marriage)- ( 1 ) कोई भी विवाह , वह इस अधिनियम के प्रारम्भ के चाहे पूर्व अनुष्ठापित हुआ हो चाहे पश्चात् निम्नलिखित आधारों में से किसी पर भी शून्यकरणीय होगा और अकृततता की डिक्री
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section 8 Hindu Marriage Act 1955

Hindu Marriage Act section 8 हिन्दू विवाह का रजिस्ट्रीकरण (Registration Of Hindu Marriages) – ( 1 ) राज्य सरकार हिन्दू विवाहों का साबित किया जाना सुकर करने के प्रयोजन से ऐसे नियम बना सकेगी जो यह उपबन्धित करे कि ऐसे किसी विवाह
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Section 7 Hindu Marriage Act 1955

Hindu Marriage  Act section 7 . हिन्दू विवाह के लिए कर्मकांड – ( 1 ) हिन्दू विवाह उसके पक्षकारों में से किसी को भी रूढिगत उसके पक्षकारों में से किसी को भी रूढिढगत रीतियों और कर्मकांड के अनुसार अनुष्ठापित किया जा सकेगा
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section 4 Hindu Marriage Act 1955

Hindu Marriage Act section 4  अधिनियम का अध्यारोही प्रभाव ( Overriding effect of act ) – इस अधिनियम में अभिव्यक्त रूप से अन्यथा उपबंधित के सिवाय– ( क ) हिंदू विधि का कोई ऐसा शास्त्र वाक्य , नियम या निर्वचन या उस
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