पति को पुलिस थाने पर बुलाए तो क्या करें। What to do if your husband is called to the police station.
हेलो दोस्तों स्वागत है
आज की इस पोस्ट में हम आपसे बात करने वाले हैं कि अगर पुलीस पत्नी की शिकायत पर पति को बुलाए तो हमें क्या करना चाहिए । यानी किसी पति को पुलिस थाने पर बुलाए तो क्या कानूनी कार्रवाई करें । पुलिस पति को थाने पर तभी बुलाती है जब पति-पत्नी का विवाद हो यानी पत्नी ने अगर पति पर कैस किया है पुलिस स्टेशन पर जाकर तभी पुलिस पति को बुलायेगी।
दोस्तों अगर आपने आपकी पत्नी के साथ मारपीट नहीं की उसके बावजूद उसने झूठे एलिगेशन लगाकर आपके खिलाफ पुलिस कंप्लेंट कर दि ।
फिर आपके पास पुलिस का कॉल आता है और जब आप के पास पुलिस का कॉल आता है तो आम इंसान घबरा जाता है तो यहां पर आपको सबसे पहले तो घबराने की जरूरत बिल्कुल भी नहीं है । क्योंकी में आगया हु आप को जानकारी देने के लिए ।
अगर आपने आपकी पत्नी के साथ मारपीट नहीं की ओर ना ही उसको घर से निकाला तो आप बेफिक्र रही हैं आपको घबराने की जरूरत बिल्कुल भी नहीं है यह तो हुई पहली चीज ।
दूसरी चीज मान लीजिए आपके पास पुलिस का फोन आता है अगर आप गलत नहीं है तो आप बिल्कुल भी जल्दबाजी न करें क्योंकि मैंने कई बार देखा है अगर किसी के ऊपर झूठा कैस हो जाता है तो वह डायरेक्ट एंटीसिप्रेट बैल लेने की कौशिश करता है आपको ऐसा बिल्कुल नहीं करना एंटीसिपेटरी बैल करने की गलती आप बिल्कुल ना करें । अगर आपने एंटीसिपेटरी बैल करवा ली तो बहुत बड़ी गलती हो जाएगी आपसे क्योंकि मेरा यह मानना है।
प्रैक्टिकल मेरा अनुभव यह है कि जब भी पत्नी थाने पर रिपोर्ट दर्ज कराती है तो मैक्सिमम लोगों के नाम वह उसमें लिखवा देती है जिनका कोई संबंध नहीं होता उस घटना से । क्योंकि वह घसीटना चाहती है उस कैस में ।
और दोस्तों आपने भी कई बार देखा होगा । पत्नी पूरी फैमिली को
उस कैसे में घसीटने की कोशिश करती है ।
तो दोस्तों आज की जो पोस्ट है खास तौर पर पति के लिए है अगर आप एक पति हैं और आपकी पत्नी ने शिकायत दर्ज कर दी थाने पर ।
इसके बाद आप को पुलीस ऑफीसर थाने पर बुलाएगा ।
आप बेफिक्र होकर के पुलिस के पास चले जाओ और जाकर के अपना पक्ष रखो । की शादी को इतना समय हो गया शादी से अब तक कोई दिक्कत नहीं थी बहुत अच्छे से रह रही थीं और इतने समय से यह मायके गई हुई थीं ।
आमतौर पर क्या होता है दोस्तों पत्नी लड़ झगड़ के मायके चली जाती है फिर 2 महीने बाद 6 महीने बाद साल भर या फिर 2 साल बाद एफआईआर दर्ज कराती है अपने पति के खिलाफ ।
तो आपको यहां पर यह बताना है पुलिस वालों को ।
की सर इतना समय हो चुका है घर से गए हुए और यह अपनी मर्जी से घर गई थी और वहां जाकर के बैठ गई मैं लेने गया कई बार आने से मना कर दिया लेकिन आज इसने यह झूठा मुकदमा दर्ज कर दिया ।
आमतौर पर हमने कई बार ऐसा ही देखा हैं फिर उसके बाद पत्नी एफआईआर लिखवा देती है एफआईआर में क्या लिखती है ।
कि आपने उसको कुछ दिन तो अच्छे से रखा उसके बाद आपने कम दहेज लाने की शिकायत की पत्नि है ओर सास भी मारती थी ससुर भी मारते थे और अगर घर का कोई मेंबर है यानी कोई भाई बहन सब उसको प्रताड़ित करते थे पूरा घर प्रताड़ित कर रहा था इतना प्रताड़ित कर रहा था की सर में मर ही जाती इसी लिए मे ससुराल को छोड़कर अपने घर चली गई इस क़दर पत्नी पुलिस के पास रिपोर्ट दर्ज करवाती है ।
लेकिन कोई टेंशन नहीं है जो जितना मामला बड़ा है लिखवाया है
लेकिन दोस्तो आप को कोई दिक्कत नही है जो वो झूठे आरोप आप पर और आप के परिवार पर लगा रखी हैं उसको साबित करने में जोर आजाएगा और जो झूठ है कोर्ट के अंदर साबित नहीं कर पाएगी वह जितना झूठ बोलेगी उससे आपको ही ज्यादा फायदा मिलेगा जितना बड़ा चढ़ा कर वह लिखवारही है उसको उतनी ही परेशानी आएगी ।
तो आपको क्या करना चाहिए आपको जाकर बस इतना ही बोलना है कि सर यह जो है मेरी वाइफ हैं यह अपनी मर्जी से गई रहना नहीं चाहती मुझे पसंद नहीं करती जो भी आप रीजन देना चाह रहे हो वो आप बोले।
और यह जब अपने मायके गई थी तो सामान लेकर चली गई सोना चांदी कीमती जो भी समान वह लेकर चली गई यह आपको बोलना है पुलिस के सामने जाकर के।
यह अपनी मर्जी से गई वहां पर जाकर के रही लेकिन अब इसको पैसों की डिमांड करना चाहतीं है तो इसलिए यह मुझ पर झूठे केस लगाकर मेरे ऊपर दबाव बनाकर ।
पुलिस के जरिए मेरे ऊपर झूठे केस लगाकर मुझसे पैसा वसूलना चाहती है । इसका और कोई मकसद नहीं है सिर्फ पैसे लेना चाहती हाई ।
और आपको पहले क्लियर होना है
की भाई आपको अपनी वाइफ के साथ रहना है
या उसे तलाक देना है यहां आपको पहले
माइंडसेट क्लियर हो जाना चाहिए उसके बाद ही आप आप का आंसर दे ।
अगर आप रहना चाहते हैं तो आप यह बात बोलिए कि साहब मैं तो आज भी रखने को तैयार हूं और कई बार लेने भी गया हूं यह तो खुद मेरे साथ रहना नहीं चाहती और आज भी मैं आपके सामने इसे ले जाने के लिए तैयार हूं ।
लेकिन आपको दूसरी बात कहना है मतलब आपका माइंडसेट अब बदल गया हैं और कुछ हो गया है की भाई अब तो मुझे रखना नहीं है यह अपनी मर्जी से गई हे। और अपनी मर्जी से वहां जाकर के बैठ गई है अब वह बोलती है कि जाने के लिए तो बोलो की साहब यह झूठे झूठे कैस लगाती है अभी मैं इसको ले भी जाऊंगा लेकिन फिर यह वापस मुझ पर झूठा केस लगाएगी गारंटी क्या है की दोबारा भी इसी तरीके की हरकत नहीं करेगी यह आप पुलिस ऑफिसर को बोले ।
लेकिन ठीक है में लेजाने के लिए तेयार हूं लेकिन मैं एक शर्त पर ही लेकर जाऊंगा इसे मेरे साथ ।
कि यह जिस तरीके के झूठे केस मेरे मुझ पर हमेशा लगाती है यह भविष्य में कभी भी मेरे खिलाफ नहीं लगाएगी और ना ही मेरे ऊपर कभी झूठे कैस करेगी । मुझे यह बात लिख करके दो
दोनों कंडीशन मेने आपको बता दि हैं।
तो पति को क्या करना चहिए अगर आप को पोलिस पोलिस स्टेशन पर बुलाए तो ।
मान लीजिए आपको पुलिस बुला रही है वहां पर आप उनसे बात कर लो थोड़ा साइड में जाकर के बात कर लो या पुलिस के सामने ही कर लो भाई क्या चाहती है यह देखो यह जो हरकत कर रही है अब इस के हिसाब से हमारा साथ में रहना पॉसिबल नहीं है अलग रहने की बात कर लेते हैं
लेकिन दोस्तो अलग रहते हो तब अलग के लिए तो वह कुछ डिमांड कर सकती है ।
की मेरे को पैसे चाहिए तब अलग होऊंगी
क्योंकि जाहिर सी बात है अगर पत्नी अलग रहेगी तो उसे मेंटेनेंस देना पड़ेगा और यह अनिवार्य है पत्नीको मेंटेनेंस देना ।
अगर यहां पर आप अलग रहोगे तो सामान वगैरा जो भी है वह रिटर्न पत्नी को वापस देना होगा पति के द्वारा इसमें आपको कोई दिक्कत है ही नहीं ।
अगर वह भरण पोषण की मांग कर रही है । परमानेंट वाले की तो उसके लिए आप नेगोशिएट कर ले और एग्री कर जाएं उस बात पर और आसानी से तलाक ले सकते हैं यह सबसे बेस्ट सॉल्यूशन है अगर दोनों का सेटलमेंट हो जाता है तो।
लेकिन मान लीजिए आपका फेल हो जाता है तो फिर एफआईआर कट जाएगी एफआईआर के बाद आपको पुलिस नोटिस दे देगी अब आपको पुलिस के पास जाना है पुलिस आपको बाद में बुलाएगी पहले पत्नी की सुनवाई होगी उसके बाद जब उसकी तरफ से पूरी कार्रवाई हो जाएगी तो आपको बुला लेगी ।
फिर आप को पुलिस इन्वेस्टिगेशन ऑफिसर है उससे मिलना पड़ेगा आपको उससे आपको बात करना है उससे यह बात करना है कि जो अदर मेंबर्स का नाम जुड़ा हुआ है उसको वापस ले ले फिर मामला आपके खिलाफ चलेगा आपको वहां पर यह भी बताना है कि यह झूठा केस है वह समझ जाएगा और सभी का नाम निकाल देगा पूरी फैमिली के नाम निकल जाएंगे और आपके खिलाफ चार्ज सीट आ जाएगी कोर्ट के अंदर यह जो कैस हैं 5 साल तक आसानी से चलता है लंबी-लंबी तारीख की जाती है कोई टेंशन नहीं है जब चार्ज सीट फाइल होती है तो एक और अपन को जमानत पेश करनी पड़ती है दोबारा से वहां पर ऑर्डर दे देता है जमानत का और कैस चलता है यह तो हो गई अपने 498 की केस की बात जो वर्तमान में हो चुका है 85 बीएनएस और 86 बीएनएस के अंदर यानी भारतीय न्याय संहिता का यह धारा चेंज करके इधर आ गई है।
और वैसे भी 3 साल तक की सजा वाले मामलों के अंदर सुप्रीम कोर्ट का यह डायरेक्शन है और नया कानून जो बना दिया गया है बीएनएसएस भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता उसमें 173 के अंदर जोड़ दिया गया है कि तीन से सात साल तक के मामलों के अंदर पुलिस चाहे तो प्रारंभिक जांच कर सकती है तो यह तो हस्बैंड वाइफ का मामला है इसमें तो वैसे ही डायरेक्शन है सुप्रीम कोर्ट के ।
और एक सैक्शन और जोड़ दिया गया है कि इसके अलावा मामले के अंदर भी पुलिस 14 दिन की जांच कर सकती है तो रूटीन में आपकी एफआईआर दर्ज नहीं होगी तो घबराने की बिलकुल जरुरत नहीं है आपके लिए बेस्ट यह है कि आप बैठ करके सॉल्यूशन कर लेंगे तो उससे बेस्ट कुछ नहीं क्योंकि उसके बाद आपकी पत्नी है वह मेंटेनेंस का केस करेगी वह आपसे खर्चा लेगी अगर वह कमाती है तो आप साबित कर दो अगर वह सक्षम है कमाने में तो आप साबित कर दो कोर्ट के अंदर की वह सक्षम है जानबूझकर काम नहीं कर रही है कानून भी यही कहता है कि उसे कंडीशन में आप उनको मेंटेनेंस देने से इनकार कर सकते हैं ।
तो मैंने आपको जो पोस्ट में बताया इस तरीके से आप डील करेंगे समझौता करेंगे
तो इस चीज से आप परेशान भी कम होगी और पैसा भी बर्बाद नहीं होगा और थाने पर सेटलमेंट हो जाएगा तो उसे बेस्ट तो कुछ है ही नहीं लेकिन नहीं चल रहा तो कुछ समय के बाद सेटलमेंट तय होना है आपका 498 का कैस चलता रहेगा 125 का डोमेस्टिक वायलेंस का भी पत्नी आप पर केस कर सकती है लेकिन दोनों में से एक ले सकती है फिर भी अगर आपको कोई कंफ्यूजन है तो आप कमेंट करके सवाल कर सकते हैं मैं आपके लिए आने वाले समय के अंदर सभी चीज के ऊपर कानूनी पोस्ट लेके आता रहूंगा तो आप सब्सक्राइब जरूर करके रखें और पोस्ट पसंद आए तो लाइक शेयर जरूर करें !
धन्यवाद