पति और पत्नी की तलाक के मामले को कैसे डील करें ?

आज खुल कर बात करते हैं आपको ऐसी इनफार्मेशन दे दूंगा जो भविष्य में हमेशा काम आएगी बड़ी लाखों की बात है तो सबसे पहले तो मुझे बताओ कि कौन हो और कहां से देख रहे हो अपना नाम ओर अपने  पते के साथ पता पूरा मत देना सिर्फ नाम और जगह कौन से स्टेट से या कौन से जिले से आप देख रहे हैं  कमेंट बॉक्स आपके लिए अवेलेबल है और मैं सभी को हार्ट देने वाला हू वहां पर ।

तो मे जो चर्चा कर रहा हूं वह ज्यादातर देख रहा हूं मैं आजकल के बहुत ज्यादा कैस हो रहे हैं हस्बैंड वाइफ के। एक बहुत ही बेसिक सी चीज आप समझ लो जो मैं ऑब्जर्व कर पा रहा हूं काफी समय से की अब बहुत जल्दी तलाक हो रहे हैं आजकल और बच्चों को मैं देखता हूं बिलखते हुए वह या तो मां के साथ या पापा के साथ दोनों के साथ जाना चाहते हैं एक केस था जहां पर लड़की रह रही थी अलग जो बाप है और बच्चे का आप भी अलग रह रहा था  तलाक होता है बच्चा बाप  को नहीं जानता जिंदगी में पहली बार वह मिल रहा है तो मेरी आंखों में आंसू आ गए थे ओर बाप  की आंखों में  आंसू नही  आए थे और मा रो रही थी तो उन सिचुएशन को देखकर के मुझे लगता है कि यार बहुत सारी चीज लोगों को पता ही नहीं है कि यह जिंदगी कैसे गुजार सकते हैं बेहतर तरीके से देखो 1 साल है ना वही डिसाइड कर देता है कि आपकी लाइफ दोनों के साथ में चल सकती है या नहीं है इस 1 साल के अंदर आप बच्चे करने की प्लानिंग मत करो इस 1 साल में आप यह देखो की क्या आप दोनों हसबेंड वाइफ एक साथ रह भी सकते हैं या नहीं रख  सकते अगर भई बार-बार डिस्प्यूट हो रहा है विचार नहीं मिल रहे कुछ मतभेद हो रहे हैं तो भई इस रिश्ते को आगे चलने का कोई फायदा नहीं है और समझदारी इसमें है कि दोनों सहमति से डाइवोर्स म्युचुअल कंसेंट से section  13वीं के अंदर जाकर की कोर्ट में आवेदन कर दें और म्यूचुअल अलग हो जाए अब सिचुएशन यह की कई बार पत्नी तलाक़  नहीं चाहती कई बार पति तलाक नहीं देना चाहता  यह वाला केस भी  बार-बार देखने को मिलता है की साहब पति तो चाहता है हम दोनों नहीं बन सकते लेकिन अगर पति नहीं रह रहा या पत्नी नहीं रह रही और दोनों इनकार कर रहे हैं तुम्हारे साथ रहने से उसको मजबूर नहीं कर सकती कोई ताकत में मैं कोर्ट को शामिल किया है की कोर्ट फोर्स नहीं कर सकता ऑर्डर कर देगा तब भी आप बात नहीं है कि उसके साथ जाकर के रहे section  9 की बात आती है की सहाब में मेरी पत्नी को लाने का दवा कर दूंगा क्षेत्र 9 में और कोर्ट ने आर्डर कर दिया तब भी कोई बाध्य भी नहीं है पत्नी भी कर सकती है section  9 की बात तो डिस्प्यूट तो वही की वही है आप लड़ते रहो 2 साल 3 साल 5 साल तक आप दोनों का ही समय खराब हो रहा है वैल्युएबल टाइम आपका गुजर रहा है पैसा बर्बाद हो रहा है और आपका मानसिक स्थिति भी ठीक नहीं हो रही है क्योंकि आपने सुकून नहीं है जब सॉल्यूशन हो जाए शिशुसेन से जिसमें आप उलझ रहे हो तो सबसे बेस्ट कम यह होता है कि अगर आप दोनों की नहीं बन रही है आप तलाक ले लो फिर दूसरी शादी करो किसी और के साथ शादी के नाम पर थोड़ा बहुत एडजस्टमेंट भी करना पड़ता है दुनिया में एक शादी करो या फिर 1000 शादी करो आपको एडजस्टमेंट करना ही पड़ेगा अब वह एडजस्ट क्या चीज है आप समझ जाओ एड्रेस कैसे करना है सिचुएशन यह है की पत्नी भी बोल रही है मैं तलाक नहीं दूंगी और पति भी बोल रहा है कि मैं तलाक नहीं दूंगा और इन दोनों ही कंडीशन के लोग देख रहे होंगे हमारी पोस्ट । पत्नी भी देख रही है जिसको तलाक लेना होगा और पति भी देख रहा है जिसको तलाक लेना होगा दोनों ही कंडीशन के लोग इस पोस्ट को पढ़ रहे हैं देखो लेकिन पत्नी के पास तो बहुत सारे हथियार है पत्नी 125 में खर्च का केस दर्ज कर सकती है पति के खिलाफ और पति बातें भी है अगर पत्नी कमाने में सक्षम नहीं है तो पति को खर्चा देना होगा पत्नी को खर्चा मिलेगा ही मिलेगा या तो पति को साबित करना होगा कि मेरी पत्नी कमाने में सक्षम है जिस लिए मैं उसे खर्च नहीं दे पाऊंगा अगर वह साबित कर देता है यह बात की सक्षम है तो उसको खर्चा नहीं देना पड़ेगा इसके अलावा पत्नी डोमेस्टिक वायलेंस में भी केस कर सकती है पति के खिलाफ घरेलू हिंसा का उसके अंदर पत्नी पूरे फैमिली का नाम लिखवा सकती है और इसके अलावा पत्नी दहेज प्रताड़ना का भी केस लगा सकती है वह भी पत्नी  करती है आप समझदारी इसमें होती है कि पत्नी और पति दोनों थाने पर जैसे शिकायत करती है पत्नी दहेज प्रताड़ना का इस टाइम सेटलमेंट का बात कर ले पति को अगर ज्ञान देना ही है तो इतना ज्ञान दे दे की नेगोशएट कर ले क्योंकि पत्नी को खर्चा देना होगा अगर वह कमाने में सक्षम नहीं है तो लेकिन अगर पति यह सोच रहा है कि मैं मेरी पत्नी को कुछ भी नहीं दूं और ऐसे ही तलाक ले लूं लेकिन वह तलाक लेने में मन नहीं रही है लेकिन कुछ महिला तो मान जाती है तलाक लेने के लिए पत्नी बोलते चलो कोई बात नहीं तलाक दे दो तुम तुम्हारे रास्ते और मैं मेरे रस्ते रहूंगी आज से यह बात कह कर निकल जाती है पत्नी कोई कोई लेकिन बहुत ज्यादा बहुत सारी जगह पर पत्नीया ऐसा नहीं करती या फिर एक मूशत राशि लेगी अगर वह अलग होना चाह रही है तो और आपको देना ही होगा अभी नहीं दे रहे हैं तो बाद में देना ही पड़ेगा देना तो पड़ेगा अगर वह मांग रही है तो तो भाई सबसे पहले तो यही है की बात करो अपनी पत्नी से नेगोशिएट करो एक राशि के ऊपर कंफर्म करो उदाहरण के तौर पर पत्नी 5 लाख मांग रही है और आप 2 लाख ही दे रहे हो लेकिन नेगोशिएट करने के बाद दोनों को समझाइए करनी है दोनों को आप कंसल्ट कर कर ऊंचा नीचा कर कर अपनी रेट को और एक रेट फिक्स करने के बाद अपनी पत्नी को दे दो और फिर इस रिश्ते को खत्म कर सकते हो आप अपनी लाइफ तो खराब करते हो लेकिन लेकिन वह जो बच्चा दुनिया में आ गया है ना तुम्हारा उसकी लाइफ खराब हो जाती है आप दोनों के चक्कर के अंदर पैसा भी खराब समय भी खराब सुकून में नहीं है और दो फैमिली भी डिस्टर्ब हो रही है तब तक डिस्प्यूट चल रहा है यह दिक्कत रहेगी ना चैन रहेगा ना सुकून रहेगा तो मेरी समझ के हिसाब से आप लोगों को कोर्ट कचहरी के चक्कर में नहीं आना चाहिए वेट करके बात करना चाहिए मसाले का हाल आप दोनों ही कर सकते हैं साथ में रहना है तो ठीक है अगर अलग रहना है तो ठीक है इस कंडीशन पर अलग होना है अगर आपका बच्चा है तो बच्चे की केक कंडीशन रहेगी बच्चा किसके पास रहेगा क्या मीटिंग रहेगी यह सब आप दोनों को ही डिसाइड करना पड़ेगा और यह हो जाता है आप दोनों बैठकर इस पर बात करोगे तुम यह महत्वपूर्ण जानकारी हैअगर आप को फिर भी अधिक जानकारी चाहिये की आगे क्या करना है ती वकील साहब से बात करने के लिये आप को अपोइमेंट बुक करना होगा

मोबाइल नंबर = 9982874867

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