दहेज का केस करने के बाद पत्नी कोर्ट में तारीख पेशी पर ना आए तो क्या करें ?
दोस्तों तो आज मैं आपको बताने वाला हूं इस पोस्ट के माध्यम से की पत्नी 498 का केस करने के बाद अगर वह तारीख पेशी पर ना आए तो हमें क्या करना चाहिए कानूनी जानकारी जानने के लिए पोस्ट को पूरा पड़े
यह बड़ा सवाल है काफी लोगों को इसकी जानकारी होनी चाहिए और मेरे पास कमेंट भी आते हैं कि आप हमें ऐसी जानकारी दीजिए और एक्चुअल में यह आपको बहुत जरूरी जानकारी साबित होगी आपके लिए
तो सिंपल सी बात है 498A ओर 406 ipc मैं यह जो मामला है और उसने यह कहा है कोर्ट में और एलिगेशन आपके ऊपर यह लगाया है किया आपने उसके साथ क्रुएलिटी की उसमें आपकी फैमिली मेंबर के भी नाम हो सकते हैं डिमांड की और अलग-अलग तरीके के एलिगेशन लगा देती है जिसमें यह बताती है पत्नी की पति के परिवार वालों ने उसके साथ बहुत अत्याचार किया तो यहां पर वह पीड़ित हो गई अब आपके खिलाफ चार सीट आ गई रेगुलर बैल कर ली बेल करने के बाद आपको तारीख पेशी पर जाना पड़ रहा है लेकिन वहां पर आपकी पत्नी नहीं आ रही है तो इसका सिंपल सा आंसर यह है कि जब तक पत्नी को कोर्ट नहीं बुलाता तब तक कोर्ट में पत्नी नहीं जाएगी इस वाले मामले के अंदर कारण क्या है जानी क्योंकि यह जो केस है यह क्रिमिनल केस है इस मामले के अंदर कोर्ट ने शिकायत कर दी उसकी तरफ से उसने पुलिस को जो भी साक्षी देना था वह दे दिया अब तो कोर्ट उसको बुलाएगी शक से प्रस्तुत करने के लिए जो उसने कहा उसके लिए वह कोर्ट में आकर गवाही देगी आपका वकील उसे क्रॉस करेगा तो यानी इस वाले मामले में आपकी पत्नी तारीख पेशी पर नहीं आएगी केवल उसको कोर्ट ही बुला सकता है और वह भी कब जब उसकी गवाही की आवश्यकता हो तब अब 498A 406 वाला जो यह मामला है मतलब यह जो दहेज वाला मामला है इस वाले मामलों में कोर्ट की मंशा यह होती है कि जो यह पति-पत्नी के मामले हैं ऑटोमेटिक कुछ समय बाद सलाह करके निपटा लेंगे तो इस केस को क्या करें चलने दो आप नोटिस करोगी कि इन केसों में लंबी-लंबी तारीख मिलती है इन केसों में बहुत टाइम लग जाता है कोर्ट की मंशा क्लियर होती है कि पति पत्नी शूटआउट कर लेंगे अपने मामले को और हम यहां पर कंप्रोमाइज के आधार पर मामले को निपटारा कर देंगे फिर भी अगर पत्नी के बयान होते हैं क्योंकि बयान चेंज कर दिए जाते हैं तो कुल मिलाकर बात यह है पत्नी नहीं आती है तो उसमें आप कुछ नहीं कर सकती पत्नी को अगर बुलाने वाला कोई है तो वह कोर्ट है वही उसको बुला सकता है कोर्ट सबसे पहले समन पेश करेगा जब उसकी गवाही की आवश्यकता होगी अगर पत्नी तब नहीं आती है तो उसको तब उसको बेलेबल वारंट से बुलाएगा जमानत यह वारंट से बुलाएगा अगर उसके बाद भी नहीं आती है अरेस्ट वारंट से बुलाया जाएगा उसको मतलब अरेस्ट करके कोर्ट के अंदर उसे कंडीशन में जब उसकी गवाही कोर्ट में होनी हो तब और वह नहीं आ रही हो और पत्नी अगर आ जाती है तो वह सिर्फ एक ही बार आएगी और आपके वकील उसे क्रॉस कर लेंगे तो उसका काम खत्म है अब उसकी तरफ से उसका वकील है वह आता रहेगा तारीख पेशी पर फाइनल अरगुमेंट करेगा या फिर सरकारी वकील उसको मिलता है सरकारी वकील फाइनल अरगुमेंट करता है आमतौर पर प्रैक्टिकल मुलजिम का वकील ही करता है उसकी की तरफ से तो अरगुमेंट मान लिया जाता है तो पत्नी इसलिए तारीख पेशी पर नहीं आती है सीधी सी बात जब कोर्ट बुलाएगा तभी पत्नी कोर्ट पेशी में आएगी
लेकिन आप चाहते हैं कि आपके मामले का जल्द से जल्द निस्तारण हो इतना टाइम लग रहा है मेरे को तारीख पैसे पर बार-बार जाना पड़ रहा है मेरी वाइफ तो आती ही नहीं है मैं तो चाहता हूं यह जो कैसे हैं जल्दी खत्म हो जाए तो आप हाई कोर्ट से डायरेक्शन ला सकते हैं अपने केस के लिए डायरेक्शन ले आएंगे तो आपको लिमिटेड टाइम दिया जाएगा उसे कोर्ट को जिस कोर्ट में आपका मामला है उसे टाइम पीरियड के अंदर आपके कोर्ट का जो केस है उसका निर्णय आ जाएगा हाई कोर्ट डायरेक्शन कर देगा तो दोस्तों आपको यह बात समझ में आ गई होगी पत्नी तारीख पैसे में क्यों नहीं आती इस वाले मामले में और अन्य मामलों में आती है
दोस्तों तो में आशा करता हूं कि आपको हमारी यह जो पोस्ट है इससे आपको जानकारी मिली होगी अगर आपको फिर भी अपने केस में अधिक से अधिक जानकारी चाहिए वकील सर से पर्सनल कॉल पर जानकारी चाहिए तो आपको सर से बात करने के लिए अपॉइंटमेंट बुक करना पड़ेगा अपॉइंटमेंट बुक करने के लिए नीचे दिए गए नंबर पर कॉल करना है और असिस्टेंट से बात करके अपना अपॉइंटमेंट बुक करवा सकते है धन्यवाद
मोबाइल नंबर 9982 8748 67