कोर्ट के आदेश के बाद भी पति भरण पोषण ना दे तो क्या होगा ?
दोस्तों कल मेरे ऑफिस पर एक पीड़ित महिला आई की सर मेरे पति के खिलाफ मैंने खर्चे का केस फाइल किया हुआ है 2 साल से अधिक समय हो चुका है इंटिरिम कोर्ट ने आर्डर कर दिया था लेकिन मेरे पति ने अब तक मुझे एक भी बार पैसा नहीं दिया तो ऐसी स्थिति में मुझे क्या करना चाहिए कोर्ट के आदेश के बाद भी पति पैसा नहीं दे रहा तो दोस्तों मुझे लगा कि यह जो टॉपिक है ज्यादा लोगों तक जाना चाहिए कि अगर कोर्ट ने आर्डर कर दिया है पत्नी के फेवर में मेंटेनेंस का केस । फाइल दो होती है मेन फ़ाईल इन्ट्रींम फ़ाईल इंटिरिम के अंदर 60 डेज के अंदर मेंटेनेंस किए जाने का प्रोविजन किया गया है जैसे ही हस्बैंड का रिप्लाई आ जाता है उसके बाद 60 डेज के अंदर कोर्ट को अंतिम डिसाइड करना पड़ता है लेकिन कुछ कारण की वजह से समय लग जाता है चलिए बात करते हैं इन्टीरीम की अंतिम डिसाइड हो गया कुल मिलाकर की बात यह है कि कैसे आपके फेवर में मेंटेनेंस पास कर दिया पत्नी के फेवर में मेंटेनेंस पास कर दिया फिर इसके अंदर पति की जिम्मेदारी हो जाती है की पत्नी को मेंटेनेंस दे अगर पति इसमें चूँक जाता है तो पत्नी को इस बात का ध्यान रखना होगा की वसली की कार्रवाई करने चाहिए प्रार्थना पत्र कोर्ट के अंदर पेश करना चाहिए जो मेरे पास मैडम आई कुछ समय गुजर गया एक साल से भी अधिक समय तो आपको जो अमाउंट है उसको लेने के लिए आरजी 1 साल के अंदर अंदर लगानी होती है अब उदाहरण के तौर पर मानिए उनका जो समय निकाल 1 साल और एक महीना तो उनको एक महीने की नहीं मिलेगी लेकिन जो साल की है उसे टाइम के अंदर वह एप्लीकेशन लगा सकते हैं उसी तरीके से कोई इस बात का ध्यान रखना चाहिए अगर आपका महीना कंप्लीट हो गया तो मेंटेनेंस के लिए अगर वह पत्नी नहीं दे रहा है तो रिकवरी की एप्लीकेशन कोर्ट के अंदर देंगे कि इस महीने का बकाया बाकी है जो नहीं दिया अभी तक तो अगर वह पेंटिंग रहती है चाहे 10 साल तक भी पेंडिंग रहे तब भी कोई दिक्कत नहीं है लेकिन कानून से बाहर नहीं जाना चाहिए 1 साल के बाद अगर आप लगते हैं तो कोर्ट ही आपको बोल देगा कि आप इसके एलिजिबल नहीं हो आपको जरूरत नहीं थी तो आपने लगाया नहीं होगा 1 साल के अंदर वह यह बोल देता है आपको 1 साल के अंदर-अंदर ही लगाना था अगर आप 1 साल के बाद लगाने की कोशिश करते हो गया फिर कोर्ट बोलेंगे कि आपको जरूरत नहीं थी तो इसका मतलब यह है की आपको जरूरत नहीं है तो कुल मिलाकर बात यह है कि कानूनी प्रोविजन जो है की भाई है आपको 1 साल तक के अंदर लगा देना है जो कर्ज चढ़ गया है कोर्ट के ऑर्डर के बाद मेंटेनेंस पत्नी को जो मिलना चाहिए पति नहीं दे रहा तो फिर पत्नी को एप्लीकेशन लगाना चाहिए रिकवरी के लिए 125 सीआरपीसी के तहत अब मान लीजिए एप्लीकेशन लगा दिया आपने मैंने जो कहा वह एप्लीकेशन पत्नी ने कोर्ट में लगा दी 1 साल तक के लिए लगा दी इस 1 साल का जो पैसा है वह पति से रिकवर कर कर पत्नी को देगा यह काम कोर्ट करेगा पति कोर्ट में आ रहा है मैडम बोलेगी यह प्रार्थना पत्र लगाया है यह पेमेंट दो और पत्नी को दो अगर पति कोर्ट में नहीं आ रहा है वह गायब चल रहा है तो उसका वारंट जारी कर देती है कोर्ट पुलिस वाले उसको पकड़ कर लेकर आते हैं की भाई पैसा दे नहीं दे रहा तो आगे की कार्रवाई यानी जेल की कार्रवाई होगी उसके खिलाफ पैसा नहीं देगा तो जय ही जाएगा यह ऑप्शन है इसके पास एक महीने की सजा भी हो सकती है जो पैसा नहीं दे रहा है अब मान लीजिए यह कहता है कि मैं तो 1 साल के पैसे बचा लूंगा जेल जाकर के वह जेल गया 1 महीने की जेल काट करके वापस आ गया क्या इसका पैसा बच जाएगा क्या तब उस पत्नी को कुर्की के लिए उसकी जो संपत्ति है उसको कर करवा करके जो पैसा था एक साल तक का वह लेने के लिए अलग से आवेदन करना पड़ेगा कर्क का संपत्ति को नीलाम कर करके कोर्ट है जो पैसा दिलाएगा लेकिन यह ड्यूटी आपकी होगी आपको बताना होगा जो आपके पति है उनकी प्रॉपर्टी कहां-कहां पर है फिर आपको बताना पड़ेगा कि हमारी प्रॉपर्टी वहां वहां पर है और फल फल संख्या यह है खसरा नंबर यह है खाता संख्या यह है आप सबको यह जानकारी देनी होगी फिर कोर्ट संपत्ति को बेच करके आपको भरण पोषण दिलाता है अगर आपका बकाया रह गया है तो और बांदा जेल में जाकर के वापस आ गया उसके बावजूद भी नहीं दे रहा तो ऐसी स्थिति में कुर्की की कार्रवाई करें लेकिन कुछ लोग ऐसे होते हैं कि मैं तो सब कामता ही नहीं हूं फिर भी देना पड़ेगा सब मेरे पास तो प्रॉपर्टी ही नहीं है तब क्या करेंगे तो ऐसी स्थिति के अंदर वह जेल गया उसके बाद वह बाहर आ गया एक साल तक का जो पैसा था पत्नी ने दिले किया 1 साल के बाद पूरा 1 साल में लगाया उसने और पत्नी ने पूरा 1 साल का बकाया राशि एक साथ मांग लिया जो भी जुड़कर के हुआ 5 हजार महीने के हिसाब से जुड़ा 1 साल तक का जुड़ा और उसने एक साथ पूरी राशि मांग ली अब वह जेल भी जाकर के आ गया 1 महीने की अब तो कुर्की की कार्रवाई करो उसके पास तो संपत्ति ही नहीं है तो कोर्ट क्या कर सकता है दोबारा जेल नहीं भेज सकती जय तो जाकर के आ गया उसके पास संपत्ति नहीं है तो कुर्की का केस नहीं कर सकते इसमें अपन अब तो जो नया उसमें चढ़ रहा है वह ले सकते हैं आप तो अब आपको यह ध्यान रखना चाहिए की भाई एक महीना कंप्लीट हुआ तो यह रिकवरी की एप्लीकेशन कोर्ट में लगा दो और अपना रिकवरी 1 महीने का ले लो जैसे ही दूसरा महीना कंप्लीट हुआ यह रिकवरी लगा दो हर महीने के बाद एप्लीकेशन लगते जो इससे क्या होगा कि वह व्यक्ति हर महीने की एप्लीकेशन के लिए एलिजिबल है हर एक एप्लीकेशन के ऊपर वह जेल जाएगा अगर वह पैसा नहीं देता है हर महीने के महीने और आपने पूरा 1 साल की एक साथ लगा दी तो उसको सिर्फ और सिर्फ एक महीने की जय होगी उसके बाद वह मस्त और राजा लेकिन हर महीने लगा दोगे आप तो उसको देना होगा अगर वह नहीं देगा तो उसको एक महीने की जय होगी बाहर आता है तो दूसरे महीने की आप एप्लीकेशन लगा दीजिए उसके खिलाफ ऐसे ही करके आपको हर महीने के अंदर रिकवरी एप्लीकेशन कोर्ट में दाखिल करनी है पति के खिलाफ सो बात की एक बात है आपको अपने पति से रिकवरी लेने के लिए कोर्ट में हर महीने के महीने एप्लीकेशन लगा देनी है अगर वह रिकवरी नहीं देता है तो उसको 1 महीने की जय हो जाएगी अगर आपको फिर भी अपने केस में पूरी बेहतर से बेहतर जानकारी चाहिए कि हमें आगे क्या करना है तो सर से बात करने के लिए नीचे दिए गए नंबर पर कॉल करके अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं
मोबाइल नंबर 9982874867