किसी की जमानत करने का क्या है तरीका ओर क्या है कानून जानिए ?

दोस्तों तो आज मैं फिर एक ऐसी जानकारी लेकर आया हूं आपके पास जिससे आप किसी की भी जमानत कर सकते हैं और थाने पर जमानत कैसे करते हैं और क्या है कानून तो जानिए इस पोस्ट में और दूसरे के लोगों के पास भी इस पोस्ट को शेयर करें जिससे उनकी कोई मदद हो सके हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको इजीली जमानत कैसे हो जाती है इसके बारे में बताएंगे

दोस्तों एक्चुअल में अगर कोई व्यक्ति एक ऐसा ऑफेंस है जो कॉग्निजेबल है संज्ञय अपराध है और संज्ञय अपराध ऐसा नहीं है कि वह नॉन बेलेबल ही हो गैर जमानती हो वह जमानती भी हो सकता है और मैक्सिमम कैस जो छोटे-मोटे विवाद होते हैं आपस में लड़ाई झगड़ा हो जाता है जिसमें सिंपल चोटे आती हैं वह सिंपल छोटे वाले मामले जमानत की श्रेणी में आते हैं वह कौनसीबल होने के कारण पुलिस ऐसे व्यक्ति को उठाकर लेकर चले जाती है तो एग्जांपल के तौर पर 323 और 341 का मामला है 323 में सिंपल चोट किसी व्यक्ति को लग गई खून भी निकल गया होगा लेकिन वह जो चोट है वह सिंपल है ग्रीव्स नहीं है खतरनाक चोट नहीं है तो यह मामला अंसगीय अपराध है इस केस में तो पुलिस इन्वेस्टिगेशन भी नहीं कर सकती लेकिन पुलिस 341 साथ में लगा देती है एक दिशा में जाने से रोका तो कौनजीबल अफेयर होता है तो यह सबसे बड़ा ऑफेंस है जो आमतौर पर पुलिस के पास ज्यादातर आती है मैक्सिमम कैस यही आते हैं जब भी कोई ऐसी घटना होती है तो पुलिस उठा कर ले जाती है अब लोग नहीं समझते कि यह कैस जमानती है या गैर जमानती है तो पहली स्थिति यह बनती है कि आप पुलिस वाले से पूछ सकते हैं कि यह केस जमानती है या गैर जमानती है 50 सीआरपीसी में पुलिस की ड्यूटी है की आपको बतायेगी कि यह गैर जमानती अपराध है या जमानती अपराध है आप जमानती को बुलाओ हम छोड़ देंगे लेकिन पुलिस वाले बताते नहीं है तो आपको इस पोस्ट के माध्यम ने यह सीखा है कि आप पुलिस वालों से पूछ सकते हैं कि यह अपराध गैर जमती है या जमानती है अगर छोटे मामले में पुलिस किसी व्यक्ति को पकड़ कर ले गई किसी व्यक्ति के द्वारा छोटी चोट आई हो तो वहा आप कुछ समझ लीजिए वह जमानती अपराध है इस तरीके की नॉलेज आपके पास होना चाहिए अब बात करते हैं दूसरी की जिसमें एक्सीडेंट हो जाती है कोई गाड़ी चला रहा है आपसे दुर्घटना हो गई किसी के चोट आ गई सिंपल चोट आई है या गिरिवेश चोट आई है क्योंकि वहां पर आपको कोई इंटेंशन तो है नहीं अपने हाथ पैर तोड़ दिए या किसी की जान भी चली गई एक्सीडेंट के अंदर unintentionally लेकिन वह एक्सीडेंट आपने जानबूझकर नहीं किया तो 304A आईपीसी का ऑफेंस बन गया जो की जमानती ऑफेंस है लेकिन पुलिस गिरफ्तार कर लेती है कांस्टेबल ऑफेंस होने के कारण संज्ञान तो अपराध है तो पुलिस को कोई संज्ञा अपराध होता है तो बिना वारंट के किसी भी व्यक्ति को गिरफ्तार करने का अधिकार है लेकिन संगी होने के साथ-साथ वह जमानती है अपराध है तो यह आपका अधिकार है कि आपको जमानत पर छोड़ना ही होगा पुलिस अगर थाने पर ले गई हो तो थाने पर जमानत होगी अगर कोर्ट ने आपको कोर्ट ने बुलाया है तो वहां पर भी आपको कोर्ट ने छोड़ना ही होगा यह आपका अधिकार है जमानती अपराध के अंदर आपको जमानत देनी ही पड़ेगी लोग कंफ्यूज रहते हैं समझ नहीं पाते हैं किस तरीके से जमानत होती है सिंपल सा तरीका है अगर पुलिस वाले थाने पर उठाकर ले गई जमानती अपराध है जिस व्यक्ति को पुलिस थाने में लेकर गई है उसकी तरफ से एक व्यक्ति जमानत के लिए जा सकता है आधार कार्ड लेकर के एक फोटो लेकर के और एक रजिस्टर्ड डॉक्यूमेंट आरसी हो सकती है कोई गाड़ी के कागज हो सकते हैं या फिर जमीन की जमाबंदी हो सकती है या फिर किसी भी प्रकार की खुद की रजिस्ट्री होनी चाहिए जो कि मकान का भी हो सकता है दुकान का भी हो सकता है घर का भी हो सकता है अगर आपके पास है तो उसकी फोटो कॉपी वहां पर सबमिट करेंगे ओरिजिनल अपने पास ही रखेंगे आधार कार्ड जो की आइडेंटिटी प्रूफ के तौर पर काम किया जाएगा आधार कार्ड की भी आपको फोटो कॉपी ही पेश करनी पड़ेगी ओरिजिनल अपने पास ही रखना है यह जो डॉक्यूमेंट उसे व्यक्ति के लगेंगे जो जमानत करवा रहा है 436 सीआरपीसी की तहत पुलिस का यह अधिकार है और यह पावर भी है कि वह जमानत लेकर अपराधी को जमानत दे सकती है तो आप लोगों को इस पोस्ट के माध्यम से यह समझ लेनी चाहिए कि छोटे-मोटे मामले हो या फिर गाड़ी से हो गया हो एक्सीडेंट तो यह जमानती अपराध है इसमें आपको अगर लगता है कि कैसे गैर जमती है तो आप पुलिस वालों से पूछ सकते हैं कि यह कैसे गैर जमती है या जमती है अगर जमानती होता है तो आप जमानत के लिए डॉक्यूमेंट देकर जमानत देने वाले का तो उसे व्यक्ति को आप जमानत दिलवा सकते हैं जो जेल में है (धन्यवाद)

अगर आपको इस केस में अधिक जानकारी और चाहिए कि आगे क्या करना है हमें तो सर से बात करने के लिए आपको अपॉइंटमेंट बुक करना पड़ेगा अपॉइंटमेंट बुक करने के लिए आपको चार्ज पेमेंट करना होगा जो की चार्जिंग ₹1100 उसके बाद आपको अपने केस में पूरी जानकारी दी जाएगी मोबाइल नंबर = 9982874867

Mohammed Saleem

I Am Advocate By Profession And My Objective Through This Website To Provide Legal Information To The Public So They Can Become Aware For Their Rights Or Fight For Justice.

Recent Posts

अग्रिम जमानत क्या है जानिए इस पोस्ट के अंदर ! Know what is anticipatory bail in this post !

हेलो दोस्तों वेलकम टू माय यूट्यूब चैनल गुरुकुल का ज्ञानी आज कि पोस्ट में हम…

3 months ago

झूठे केस करने वाली महिलाओं के खिलाफ आया कोर्ट का बड़ा फैसला ! Big decision of the court against women who filed false cases !

हेलो दोस्तों वेलकम दोस्तो आज कि ईस पोस्ट में हम ऐसी महिलाओं के बारे में…

3 months ago

पति को पुलिस थाने पर बुलाए तो क्या करें। What to do if your husband is called to the police station.

हेलो दोस्तों स्वागत है आज की इस पोस्ट  में हम आपसे बात करने वाले हैं…

4 months ago

रेंट एग्रीमेंट कैसे बनाएं !How to make a rent agreement!

रेंट एग्रीमेंट कैसे बनाएं और क्या होता है फॉरमैट और इसके क्या है नियम आज…

4 months ago

नए कानून में पत्नी को भरण पोषण देने से कैसे बचे ! How to avoid paying maintenance to wife in the new law!

हेलो दोस्तों वेलकम टू कानून की वैबसाइट  आज की इस पोस्ट  में हम आपसे बात…

4 months ago

क्या पीड़िता की पहचान बताना अपराध है ? Is it a crime to reveal the identity of the victim ?

हेलो फ्रेंड्स वेलकम कानून की रोशनी की वेबसाइट पर । कोलकाता रेप एंड मर्डर केस…

5 months ago