अगर आपकी गाड़ी से अब हुआ एक्सीडेंट तो आपको बढ़ सकती है मुसीबतें ?

अब आपकी गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ तो बढ़ेगी मुसीबत ? जानिए नए कानून के बारे में
बहुत सारी वीडियो वायरल हो रहे हैं ट्रक ड्राइवर और ड्राइवर से संबंधित लोगों की खास करके जो ट्रक ड्राइवर हैं वह इस नए कानून के ऊपर अपनी संवेदना व्यक्त कर रहे हैं और सभी को शेयर कर रहे हैं और बहुत सारे ड्राइवर लोग चक्का जाम करने की चर्चा कर रहे हैं जहां पर गाड़ियां हैं वहां पर उनको रोकना है और चक्का जाम करना है लोगों का कहना है कि इस कानून को हम चक्का जाम करके ही बंद करवा सकते हैं तो हमें उसके लिए यह करना होगा कि जहां पर हमें गाड़ी लेकर वहां पर ही हमें रोकना है गाड़ी को और वहां पर गाड़ी बंद करके रखना है इस तरीके का प्रदर्शन करने की बात हो रही है
तो समझने वाली बात यह है की एक्चुअल में क्या इतना बड़ा चेंज आ चुका है कानून में जिससे ड्राइवर को दिक्कत हो रही है जो अभी वर्तमान में कानून चल रहा है उसे कानून से सभी ड्राइवर संतुष्ट थे लेकिन जो नया कानून अभी आया है उसे सभी ड्राइवर लोग बहुत ज्यादा परेशान है और बहुत ज्यादा नाराज भी है मैं आपको बता दूं कि जो नया कानून अभी आया है वह लागू नहीं हुआ लेकिन ड्राइवर लोगों की यह अपील है कि यह लागू होने से पहले इस कानून को खत्म करें जो नया कानून आया है ड्राइवर लोगों के संबंध में इस वजह से सभी ड्राइवर लोग सभी जगह पर प्रोटेस्ट कर रहे हैं कि इस कानून को बंद करें अनेको जगह पर ज्ञापन दिया जा रहा है ड्राइवरो के द्वारा ।

तो इस पोस्ट में समझिए ।
ड्राइवर का मतलब यह है कि जो भी व्यक्ति फोर व्हीलर ट्रक और भी अन्य फोर व्हीलर वाहन चलाता है वह ड्राइवर है और यह जो नया कानून आया है वह उन सभी ड्राइवर पर लागू होता है सीधी सी बात में समझे जो भी गाड़ी को ड्राइव करता है वह सब ड्राइवर है और उन सब पर यह कानून लागू होगा ।
आप सब जो भी गाड़ी को ड्राइव करने वाले हैं वह ड्राइवर हो गए हैं यानी कोई व्यक्ति कोई गाड़ी चला रहा है और उससे किसी व्यक्ति का एक्सीडेंट हो गया और जान चली गई उसे व्यक्ति की जिससे टक्कर हो गई इस एक्ट की जो भाषा है गफलत कला पर्वहीस अपनी गाड़ी चलाई और उसे व्यक्ति की आपने जान ले ली तो जो कानून बनता है इसमें उसे धारा का नाम है 304A  आईपीसी वर्तमान समय में आईपीसी लागू है और अब BNS ( भारतीय न्याय संहिता 2023) लागू हो जाएगी जो कि अमीषा जी ने पास कार्रवाई संसद में बिल्कुल पेश करके यानी मोदी गवर्नमेंट के द्वारा नया कानून पास हुआ है वह लागू होगा जब बीएस मान्य होगा आईपीसी की जगह ।
फिलहाल अभी आईपीसी चल रही है 304A iPC मैं जो सजा है बीएस लागू होने से पहले अगर किसी व्यक्ति ने किसी का एक्सीडेंट कर दिया या फिर उसकी जान चली गई तो उसे व्यक्ति को 2 साल तक की सजा का प्रावधान आईपीसी के अंदर है और साथ में जुर्माना भी है अब दोस्तों आप समझे 304 का ऑफेंस को यह जमानती अपराध है विदाउट इंटेंशन वाले में ।
इस अपराध में क्या होता है अगर आपने किसी व्यक्ति को टक्कर मार दी सामने वाले की जान चली गई तो आप सीधे थाने में जाकर के गाड़ी को जमा कर करके कागज को जमा कर करके घर जा सकते हैं अब जब इन्वेस्टिगेशन पूरा हो जाएगा चार सीट कोर्ट में फाइल की जाएगी तब आप अपनी जमानत कर सकते हैं लेकिन गाड़ी की जमानत आप अगले दिन ही कर सकते हैं यह तो है आईपीसी का नियम जो अभी लागू है इस कानून से और इस नियम से सभी ड्राइवर संतुष्ट है और वह यह चाहते हैं यह कानून इसी तरह से चलता रहे ।
दूसरी बात को समझे  अब जो नया कानून आ रहा है तापसी धारा 106 सबसेक्शन 2 में बताया जा रहा है कि अगर कोई व्यक्ति गफलत और लापरवाही से गाड़ी को चलते हुए किसी को टक्कर मार देता है किसी की जान ले लेता है तो अब ऐसी स्थिति के अंदर ऐसा करने वाले व्यक्ति को जब यह कानून लागू होगा तब यह उसे व्यक्ति के ऊपर लागू होगा ऐसे व्यक्ति को मिनिमम 1 साल तक की सजा और मैक्सिमम 10 साल तक की सजा हो सकती है और जुर्माना अनलिमिटेड हो सकेगा लेकिन मर्यादित होगा बहुत ज्यादा नहीं हो सकता अभी तक जुर्माना डिसाइड नहीं बताया गया कि कितना जुर्माना लगेगा 106(2) में ।

इसके अलावा यह जो अपराध है यह अब नॉन बेलेबल अपराध हो गया है यानी अगर किसी व्यक्ति ने इस तरीके की घटना कर दी ड्राइविंग करते वक्त किसी की जान ले ली तो उसे व्यक्ति की सीधी गिरफ्तारी होगी इसलिए इस अपराध को जमानती अपराध कहा जाएगा ऐसे व्यक्ति को अब पुलिस पकड़ लेगी नहीं कानून में यह बताया गया है कि अगर आपकी किसी व्यक्ति की दुर्घटना हो जाती है तो आपको उसे व्यक्ति की मदद करनी है और उसमें आपको थोड़ी बहुत छूट मिलेगी सजा में लेकिन लोगों को डर है कि अगर हमारे से गलती से एक्सीडेंट हो गया है तो पब्लिक हमें छोड़ेगी नहीं हुए हमें जान से मार देगी और हमें खत्म कर देगी हम तो उसे वक्त डर की मारी हम तो उसे वक्त डर की मारे भागना ही पडेगा ।
यानी अगर हमारे से इस तरीके की दुर्घटना हो जाती है तो हम अगर वहां पर रुक गए तो हमें वहां पर मर जाएगा इससे बढ़िया तो हम वहां से भाग ही जाएं तो इसलिए प्रोटेस्ट कर रहे हैं कौन लोग प्रोटेस्ट करें जो लोग ड्राइवर है जो लोग बड़े-बड़े वाहन चलाते हैं जनों का काम ही ड्राइविंग है कि आपने हमारे ऊपर ऐसा कानून ले आए जिसे हमारी तो जान ही गई अगर हम दुर्घटना करके वहां पर रुकते हैं तो हमें जनता मार देगी और अगर वहां पर हम नहीं रुके तो हमें हमारा कानून मार देगा सजा 10 साल और जुर्माना 10 लाख तक का बताया जा रहा लोगों के द्वारा बहुत सारी वायरल वीडियो में ऐसा बताया जा रहा है नए कानून में अभी तक जुर्माना ऐड नहीं किया गया कि कितना होगा
सबसे बड़ा इस अपराध में यह चेंज हुआ है कि जो व्यक्ति इस तरीके की दुर्घटना करता है तो उसकी सीधी गिरफ्तारी होगी और उसकी सजा भी होगी मजिस्ट्रेट के सामने प्रेस किया जाएगा रूटीन में ऐसे मामले जिसमें 10 साल तक की सजा होती है उसमें मजिस्ट्रेट जमानत लेट ही नहीं है जबकि जमानत ले सकता है लेकिन प्रेक्टिस यही है कि नहीं लेता जमानत मजिस्ट्रेट यह सोचते हैं कि हमारे पास इतनी पावर नहीं है कि हम इसकी जमानत दे सके फिर जिसने अपराध किया है वह जाएगा जेल  ।
पहले क्या होता था मतलब आईपीसी में क्या होता है कि जो व्यक्ति ऐसा एक्ट कर रहा है जैसे कि वह खतरनाक ड्राइविंग कर रहा है जिसमें किसी व्यक्ति की जान को खतरा हो ऐसा सिर्फ एक ही अपराध है जिसमें 336 आईपीसी में 3 महीने की सजा थी और जुर्माना ₹250 है ।

(लेकिन भारतीय न्याय संहिता 2023 में बताया गया है कि अगर कोई व्यक्ति इस तरीके की घटना पारित करता है तो उसे व्यक्ति को 3 महीने की सजा रहेगी और जुर्माना 2500 तक का रहेगा)

अगर कोई व्यक्ति लापरवाही से ड्राइव करता है और अपने व्हीकल से किसी को टक्कर मार देता है उसकी चोट पहुंच गई सामने वाले को अगर उसको सिंपल इंजरी भी आई है ना तो वर्तमान का जो कानून है उसके अकॉर्डिंग ऐसे व्यक्ति को 336 आईपीसी के तहत 6 महीने तक की सजा हो सकती है और फाइन हो सकता है जो ₹500 तक का है या तो सजा हो सकती है या जुर्माना हो सकता है

( लेकिन जो नया कानून आया है भारतीय न्याय संहिता 2023 में बताया गया है कि अगर कोई व्यक्ति इस तरीके की घटना करता है तो उसमें 6 महीने की सजा तो से रखी है लेकिन जुर्माना बढ़ा दिया गया है जुर्माना ₹5000 तक कर दिया गया है)

और अगर किसी व्यक्ति को गंभीर चोट पहुंच गई है तो ऐसी स्थिति के अंदर अपराध  338 आईपीसी का वर्तमान में आईपीसी के तहत ऐसे व्यक्ति को 2 साल तक की सजा हो सकती है और जुर्माना हो सकता है या फिर सजा और जुर्माना दोनों हो सकता है यहां पर जुर्माना सिर्फ 1000 था ( जिसको भारतीय न्याय संहिता 2023 में बढ़कर 10000 कर दिया गया है नेक वाले कानून में इस वाली घटना को 125 बी में बताया गया है और सजा भी बढ़ाई गई है पहले सजा दो साल तक की थी अब 3 साल तक कर दी गई है)

यह जो कानून आया है इसमें बहुत बड़े-बड़े बदलाव हुए हैं लेकिन किसी की जान जा रही है  किसी को इंजरी पहुंच रही है तो कहीं ना कहीं ऐसा कदम मुझे तो ज्यादा दिक्कत वाला नजर नहीं आता लेकिन ड्राइवर को दिक्कत हो जाएगी जाहिर सी बात है वह रोज का काम है उनका कभी ना कभी एग्जिट हो ही जाता है तो मुझे लगता है कि पनिशमेंट कड़ी होगी तो शायद ज्यादा कंट्रोल में लोग गाड़ी चलाएंगे आपको क्या लगता है इस वाले कानून के अंदर अगर आपको फिर भी डिटेल में इस कानून के बारे में जानकारी चाहिए तो आप मुझसे पर्सनली कॉल पर बात करने के लिए अपॉइंटमेंट बुक कर सकते हैं
कॉल पर बात करने के लिए नीचे दिए गए नंबर पर फोन करें
9982874867

Mohammed Saleem

I Am Advocate By Profession And My Objective Through This Website To Provide Legal Information To The Public So They Can Become Aware For Their Rights Or Fight For Justice.

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